FACTS ABOUT HANUMAN MOHINI MANTRA REVEALED

Facts About hanuman mohini mantra Revealed

Facts About hanuman mohini mantra Revealed

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मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥ इस हनुमान मन्त्र के बारे में मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से भगवान हनुमान प्रसन्न होते हैं, वे अपने भक्तों को सुख एवं समृद्धि प्रदान करते हैं।

मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्

After Siddhi has been received then to utilize the mantra to remove the starvation and thirst in your body You will need to go ahead and take seeds of your Latjeera plant[Aleurites moluccana] also known as Indian Walnut or Candelnut as well as Kekar plant[Robinia pseudoacacia].

हनुमान बीज मन्त्र के जाप से हनुमान जी प्रसन्न होकर अपने भक्त पर अपनी कृपा बनाए रखतें हैं.

हनुमान जी स्वयं की प्रार्थना से उतने प्रसन्न नहीं होते , जितने कि “श्रीराम” की प्रार्थना से . – जीवन में किसी भी समस्या के निवारण के लिए पीपल के पत्ते पर चमेली के तेल और सिन्दूर से “राम-राम” लिखकर हनुमान जी को अर्पित करें .

     सर्वकालदुश्टबुद्धीनुच्चाटयोच्चाटय परबलानि क्षोभय क्षोभय

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय ऊर्ध्वमुखे हयग्रीवास सकलजन वशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय भक्तजनमनः कल्पनाकल्पद्रुमायं दुष्टमनोरथस्तंभनाय प्रभंजनप्राणप्रियाय महाबलपराक्रमाय महाविपत्तिनिवारणाय पुत्रपौत्रधनधान्यादिविधिसम्पत्प्रदाय रामदूताय स्वाहा।

लाभ – शत्रु की कुबुद्धि – दुर्बुद्धि को ठीक करने हेतु इस मंत्र का जाप करें.

हनुमान जी के इस मंत्र का जाप करने से शत्रु परास्त होते हैं। साथ ही रोगों को दूर करने और संकटों से रक्षा के लिए भी इस click here मंत्र का जाप किया जाता है।

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय वज्रदेहाय वज्रनखाय वज्रमुखाय वज्ररोम्णे वज्रदन्ताय वज्रकराय वज्रभक्ताय रामदूताय स्वाहा।

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बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय पच्चवदनाय पूर्वमुखे सकलशत्रुसंहारकाय रामदूताय स्वाहा।

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